कौन है इंसान यहाँ
एक सवाल उठता हूँ, सबसे पूछना चाहता हूँ
कौन है इंसान यहाँ
मानव रूप में जन्मने वाला या मानवता से जीने वाला
मार्ग दर्शन करने वाला या मार्ग दर्शन बनाने वाला
औरों की राह पर चलने वाला या खुद की राह बनाने वाला
देश को न्योछावर करने वाला या देश पर न्योछावर होने वाला
एक सवाल उठता हूँ, सबसे पूछना चाहता हूँ
कौन है इंसान यहाँ
इसांनियत का पाठ पढ़ाने वाला या इंसानियत से जीने वाला
अपनों के लिए खुद को भूलने वाला या खुद के लिए अपनों को भूलने वाला
मुस्कराहट से गम को छुपाने वाला या मुस्कुरा के गम को भगाने वाला
खुद की खुशी से जीने वाला या खुदखुशी से मरने वाला
एक सवाल उठता हूँ, सबसे पूछना चाहता हूँ
कौन है इंसान यहाँ
रोज़ कमा के खाने वाला या सबका खा के कमाने वाला
अपना पेट भरने वाला या सबका पेट भरने वाला
कड़ी धूप में मेहनत करने वाला या घर में अराम से सोने वाला
दिनचर्या से जीने वाला या दिने में चार पीने वाला
पानी को तरसने वाला या पानी में डूबने वाला
एक सवाल उठता हूँ, सबसे पूछना चाहता हूँ
कौन है इंसान यहाँ
बहुत ख़ूब ... सार्थक प्रश्न पर जवाब कहाँ ...
जवाब देंहटाएंगहरी रचना ...
धन्यवाद दिगंबर जी, लोग यहाँ सब है पर इंसान कौन है
हटाएंबहुत अच्छी रचना है जवाब भी इंसानियत ही है जो सभी प्रश्नों का उत्तर देती है।
जवाब देंहटाएंधन्यवाद काकु जी सही कहा
हटाएंThanks killer bhai
जवाब देंहटाएंBohot nik
जवाब देंहटाएंधन्यवाद
हटाएंये सवाल अनुत्तरित है हमेशा से
जवाब देंहटाएंजी राजा कुमारेन्द्र जी, उत्तर भी तो मिलना चाहिए
हटाएंVery nice Bharat Bhai.
जवाब देंहटाएंThank you ji, naam ke saath comment kare taaki pehchaan sakun
हटाएंबहुत गंभीर और चिंतनशील रचना। बधाई।
जवाब देंहटाएंधन्यवाद शबनम जी, चिन्तनशील तो सवाल है
हटाएंबहुत ही अच्छा लिखा है भाई जवाब नहीं आपका। बहुत खूब😍
जवाब देंहटाएंधन्यवाद जी
हटाएंBahut achha likha hai
जवाब देंहटाएंधन्यवाद जी
हटाएंअच्छी रचना। कृपया ऐसे ही लिखते रहें।
जवाब देंहटाएंधन्यवाद मनिषा जी, जरूर
हटाएंBahut hi khub likhate ho bhai .
जवाब देंहटाएंThank you bhai
हटाएंbahut mushkil hai pata lagana kaun hai insan yahan
जवाब देंहटाएंSahi kaha aapne
हटाएंvery nice
जवाब देंहटाएंThanks ji
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